चावल रोटी खाते रहेते
पत्तर आवे थो गाली देते रहेते
केरोसिन पेट्रोल जलाते रहेते
बड़ोती हुए तो छिल्लाते रहेते
मिलने ना मिलने का शिकायत करते रहेते
गोटालोंका का खुलासा करवाते
ज़िन्दगी चलाते रोते - गाते
अपना धरम दूसरों के खंदेपे लगाते
अब मोका है सुनेहरा यारों
खुद के हातों में थक्दीर है यारों
मनमर्जी करसकते यारों
बगैर पत्तर चावल लावो
चूला मनमर्जी जलावो
पर पैसा बुरी चीज़ है यारों
नशा जल्दी चड्ती है यारों
कबीबी हात से फिसल सकती है यारों
सावधान तुम बरको यारों
बीवी के हाथ पूरा थामावो