देश में पूजित होती है स्त्री
देश में अधिकार चलाती है एक स्त्री
देश को आगे बडाती है एक स्त्री
देश को सम्मान लाती है एक स्त्री
देश में बच्चों को पालती है एक स्त्री
देश में संस्कार सिखाती है एक स्त्री
देश में विचार जगाती है एक स्त्री
देश में दुराचार पे लडती है एक स्त्री
देश में कारोबार चलाती है एक स्त्री
देश में घरोंको सुधारती है एक स्त्री
देश में आदरणीय होती है स्त्री
और इसी देश में अपमान होरही है एक स्त्री
पैदाईश न पसंद किसीको यहाँ
परवरिश न जरूरत किसीका मानना यहाँ
इंसानियत का गला घोट ,अपमानित करे कोई यहाँ
इन्सान बने हम,पर इन्साफ न दिला सके यहाँ
कहाँ कमी है टटोल ले
समाज में या हम में
सिस्टम में या सिर्फ हम में
घर में,आस पास में क्या होरहा है
ध्यान रखे हम ज़रा
आवश्यकता पे alert होजाए ज़रा
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